Ritesh Pandey

Add To collaction

छोड़ो धर्म का नाम!

मैं कहता छोड़ो धर्म का नाम

ना मैं हिंदू ना तुम मुसलमान
पढ़ लो गीता या कुरान
जो बना दे तुम्हे इंसान 
बस समझ लो उन आयतों-श्लोकों का विज्ञान 
जो भर दे नफ़रत जला दो उसे पहले कि मरे कोई इंसान 
पूजा-नमाज से समय निकालो 
कभी सुनो इन चिड़ियों का गान
देखों नाचते पत्तों के बीच सूरज की भान
तुम कहते सब धर्म है एक समान 
फिर काहे मरते-झगड़ते लोग बार बार
है ये झुठ, नहीं है कोई एक समान
जब तक मैं हूँ हिंदू तुम रहोगे मुसलमान
फिर होगा द्वन्द बार बार
मै कहता छोड़ो धर्म का नाम
खुदा-भगवान नहीं कोई वस्तु या इंसान 
जिसमे है प्रेम दया और आत्म ज्ञान 
उसी मे रहते खुदा या भगवान 
जैसे रहते फलों के अंदर उनके बीज
मैं कहता छोड़ो धर्म का नाम 
ना मैं हिंदू ना तुम मुसलमान 
अब हम हुए एक इंसान ! 


   ~ रितेश पांडेय
     @riteshpandey_10




   18
18 Comments

Pankaj Pandey

22-Aug-2022 01:15 PM

Nice

Reply

Ritesh Pandey

22-Aug-2022 01:38 PM

Thanks❣️

Reply

Seema Priyadarshini sahay

22-Aug-2022 08:51 AM

बेहतरीन रचना

Reply

Ritesh Pandey

22-Aug-2022 01:39 PM

धन्यवाद! 🙏❣️

Reply

Chetna swrnkar

21-Aug-2022 11:37 AM

Bahut khub

Reply

Ritesh Pandey

21-Aug-2022 11:47 AM

धन्यवाद! 🙏❣️

Reply